आधुनिक आवर्त नियम के अनुसार तत्वों का गुणधर्म क्या है? - aadhunik aavart niyam ke anusaar tatvon ka gunadharm kya hai?

आवर्त नियम (Periodic law) रसायन शास्त्र का एक महत्वपूर्ण नियम है। 1869 ई. में रूस के प्रसिद्ध रसायनज्ञ मैंडलीफ ने इसका प्रतिपादन किया। इस नियम के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु भारों के आवर्ती फलन होते हैं। अर्थात् तत्वों को यदि उनके परमाणुभार के क्रम में रखा जाए तो उनके गुणधर्म की पुनरावृत्ति एक नियत क्रम में होती रहती है और समान रासायनिक गुणधर्मवाले तत्व एक निश्चित क्रम में मिलते हैं।

अधिक परिशुद्धतापूर्वक विचार करने पर यह पता चला कि परमाणुभार के क्रम में तत्वों को रखने पर भी कुछ विषमताएं रह जाती हैं। आधुनिक अनुसंधानों से अब यह स्पष्ट हो गया है कि परमाणु का मूलभूत गुण परमाणु संख्या है, परमाणुभार नहीं। अत: मोजले ने कहा कि तत्वों के वर्गीकरण का आधार भी परमाणुभार के स्थान पर परमाणु संख्या होनी चाहिए। उसके द्वारा प्रस्तुत आधुनिक आवर्त नियम निम्नलिखित है:

"तत्वों के गुणधर्म उनकी परमाणु संख्याओं के आवर्ती फलन हैं। अर्थात् यदि तत्वों को उनकी परमाणु संख्याओं के अनुसार रखा जाय तो समान गुणधर्मवाले तत्व नियमित अंतर के बाद पड़ते हैं।"

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • आवर्त सारणी

आधुनिक आवर्त नियम क्या है?

इस नियम के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु भारों के आवर्ती फलन होते हैं। अर्थात् तत्वों को यदि उनके परमाणुभार के क्रम में रखा जाए तो उनके गुणधर्म की पुनरावृत्ति एक नियत क्रम में होती रहती है और समान रासायनिक गुणधर्मवाले तत्व एक निश्चित क्रम में मिलते हैं।

आवर्ती गुणों से आप क्या समझते हैं?

आवर्त सारणी में तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास में क्रमिक परिवर्तन होता है इसी कारण तत्वों के गुणों में भी क्रमिक परिवर्तन होता है। तत्वों के गुणों में इस क्रमिक परिबर्तन को ही गुणों में आवर्तिता कहते हैं। तथा इन गुणों को आवर्ती गुण कहा जाता है। जैसे-परमाणु त्रिज्या, गलनांक, क्वथनांक, आयनन एन्थैल्पी तथा संयोजकता आदि ।

आवर्त सारणी के किस आवर्त के तत्व में कौन सा गुण समान होता है?

आवर्त सारणी व्यवस्थित करते समय मेन्डेलीफ को सारणी में अधिक द्रव्यमान वाले तत्व को कभी-कभी कम द्रव्यमान वाले तत्व से पहले रखना पड़ा । क्रम इसलिए उलटना पड़ा ताकि समान गुणधर्म वाले तत्वों को एक साथ रखा जा सके। उदाहरण के लिए कोबाल्ट (परमाणु द्रव्यमान 58.9) सारणी में निकैल (परमाणु द्रव्यमान 58.7 ) से पहले है।

आधुनिक आवर्त नियम का प्रतिपादन कौन है?

Who propounded the 'market law' ?

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