3 खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है ?`? - 3 khaanapaan ke maamale mein sthaaneeyata ka kya arth hai ?`?

खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ है, किसी विशेष स्थान के खाने-पीने का विशेष व्यंजन| प्रचलन दूर-दूर तक हो| जैसे-मंबई की पाव-भाजी, दिल्ली के छोले-कुल्चे, मथुरा के पेड़े व आगरा के पेठे-नमकीन आदि| पहले स्थानीय व्यंजनों का अत्यधिक चलन था| हर प्रदेश में किसी-न-किसी विशेष स्थान का कोई-न-कोई व्यंजन अवश्य प्रसिद्ध होता था लेकिन आज खानपान की मिश्रित संस्कृति ने लोगों को खाने-पीने के विकल्प दिए है|

खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ स्थानीय व्यंजनों से है। ऐसे स्थानीय व्यंजन हमारी भारतीय संस्कृति का अंग होते हैं तथा किसी स्थान विशेष में प्रसिद्ध होते हैं। यह पहले सामान्य घरों में उपयोग होते थे। गुजरात का ढोकला और गठिया, दक्षिण का डोसा , इडली ,सांभर  प्रसिद्ध है।

खानपान में स्थानीयता का मतलब होता है कि एक ही राज्य या जगह पर खाए या खिलाए जाने वाले व्यंजन। जैसे गुजरात में ढोकला, गाठिया, घेवर, फाफड़ा और खांडवी आदि मशहूर है। वहीं दक्षिण भारत इडली-डोसा, वड़ा-सांभर, रसम आदि के स्थानीय पकवान के लिए मशहूर है। खानपान की इस बदलती संस्कृति से नई पीढ़ी बहुत प्रभावित हुई है। स्थानीय व्यंजन अब सीमित रह गए हैं।


In this section you can learn and practice Aptitude (Questions with Answers) to improve your skills in order to face the interview, competitive examination and various entrance test (CAT, GATE, GRE, MAT, Bank Exam, Railway Exam etc.) with full confidence.

Where can I get aptitude questions and answers with explanation?

XtraStudy provides you lots of fully solved Aptitude questions and answers with explanation. Solved examples with detailed answer description, explanation are given and it would be easy to understand. You can view the solutions for the problems with feel and good user interface.

How to solve Aptitude problems?

You can easily solve all kind of questions based on Aptitude by practicing exercise given in this APTITUDE section.

What are major topics explained in XtraStudy.com?
  • Latest Current Affairs
  • General Knowledge and science
  • Quantitive Aptitude, C Programming and Verbal Ability are the major topics explained with solved examples and explanation.
  • Common Admission Test(CAT)
  • Previous year Questions
  • Logical Reasoning
  • Data Interpretation Questions with Solutions - Bar charts, Pie Charts, Line Charts and Table Charts.
  • Puzzles - Puzzles for Interview, Placement and Competitive Exams
  • SUDOKU - Sudoku number puzzles
  • Tea Time Entertainment
  • Tips and Tricks for Freshers
  • Shortcuts - shorcut methods to solve problems
  • Quantitative Aptitude
  • Ebook Download - Free
  • Interview Test Papers
  • Placement Papers
  • Group Discussion - GD Topics with Answers
  • HR Interview Questions with Answers
  • Placement Papers
  • Quiz, Questions and Answers - PDF, eBook - Download

Xtra Study, xtrastudy, xrastudy, extrastudy, extra study, xtrastudy.in, xtrastudy.com, xtrastudy.net, extrastudy.com, Xtra Study.com, stra study, strastudy, xtrsatudy, xtarstudy, studyxtra, study study, ncert solutions, ncert class solutions, cbse solutions

इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ है कि वे व्यंजन जो स्थानीय आधार पर बनते थे। जैसे मुम्बई की पाव-भाजी, दिल्ली के छोले-कुलचे, मथुरा के पेड़े व आगरे के पेठे-नमकीन तो कहीं किसी प्रदेश की जलेबियाँ, पूड़ी और कचौड़ी आदि स्थानीय व्यंजनों का अत्यधिक चलन था और अपना अलग महत्त्व भी था।

स्थानीयता का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंSolution. यहाँ स्थानीयता का अर्थ किसी विशेष प्रांत के लोकप्रिय व्यंजन से है। जैसे- बम्बई की पाव-भाजी, दिल्ली के छोले कुलछे, मथुरा के पेड़े और आगरा के पेठे, नमकीन आदि।

1_खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है फास्ट फूड से क्या लाभ है तथा क्या हानि है लिखें?

पढ़ना:   कैर्री को हिंदी में क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: खानपान में बदलाव के कई फायदे हैं। खानपान में बदलाव से न केवल हमारे भोजन में विविधता आती है बल्कि हम अन्य प्रदेशों और अन्य देशों की संस्कृति के बारे में जानने का अवसर भी पाते हैं। कई फास्ट फूड के प्रचलन से आज गृहिणियों, खासकर से कामकाजी महिलाओं के समय की बचत होती है।

ढाबा संस्कृति क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर -> ढाबा संस्कृति मुख्य रूप से उतरी भारत में प्रचलित है इन ढावोंमें हमें भोजन, चाय पानी व अल्पाहार मिल जाता है। उत्तर भारत की यह ढाबा संस्कृति अब पूरे देश में धीरे-धीरे फैल रही है।

अन्य व्यंजनों ने मध्यवर्गीय जीवन पर क्या प्रभाव छोड़ा है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: खानपान की मिश्रित संस्कृति में हम कई चीज़ों का असली स्वाद नहीं ले पाते क्योंकि एक ही बार में ढेरों चीजें परोस दी जाती हैं। अलग-अलग रूप में किसी का भी स्वाद नहीं लिया जाता। ‘सरसता’ और ‘अनुकूल’ का विलोम लिखिए। उपरोक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।

पढ़ना:   प्राथमिक स्तर पर गणित शिक्षण का उद्देश्य क्या है?

खान पान की मि श्रि त व्यवस्था केक्या लाभ हुए हैं?

इसे सुनेंरोकेंखान-पान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का मतलब है अनेक प्रकार के व्यंजनों का प्रयोग। जैसे हम अपने घर में इडली, डोसा, समोसा, नूडल्स, रोटी, दाल ,साग आदि अनेक प्रकार के व्यंजनों को बनाकर उनका प्रयोग करते है। ये व्यंजन उत्तर, दक्षिण, अनेक देश प्रदेश तथा पश्चिमी संस्कृति से मिले जुले होते हैं ।

खानपान की बदलती तस्वीर पाठ के लेखक कौन हैं?

इसे सुनेंरोकेंउपरोक्त गद्यांश के पाठ और उसके लेखक का नाम बताइए। (d) खानपान की बदलती तस्वीर – भवानीप्रसाद मिश्र। स्थानीय व्यंजन भी तो अब घटकर कुछ ही चीज़ों तक सीमित रह गए हैं।

स्थानीय व्यंजन किसे और क्यों कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: उत्तर:- खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ है कि वे व्यंजन जो स्थानीय आधार पर बनते थे। जैसे मुम्बई की पाव-भाजी, दिल्ली के छोले-कुलचे, मथुरा के पेड़े व आगरे के पेठे-नमकीन तो कहीं किसी प्रदेश की जलेबियाँ, पूड़ी और कचौड़ी आदि स्थानीय व्यंजनों का अत्यधिक चलन था और अपना अलग महत्त्व भी था।

3 खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है?

उत्तर:- खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ है कि वे व्यंजन जो स्थानीय आधार पर बनते थे। जैसे मुम्बई की पाव-भाजी, दिल्ली के छोले-कुलचे, मथुरा के पेड़े व आगरे के पेठे-नमकीन तो कहीं किसी प्रदेश की जलेबियाँ, पूड़ी और कचौड़ी आदि स्थानीय व्यंजनों का अत्यधिक चलन था और अपना अलग महत्त्व भी था।

स्थानीयता का क्या अर्थ?

Solution. यहाँ स्थानीयता का अर्थ किसी विशेष प्रांत के लोकप्रिय व्यंजन से है। जैसे- बम्बई की पाव-भाजी, दिल्ली के छोले कुलछे, मथुरा के पेड़े और आगरा के पेठे, नमकीन आदि।

खान पान के मामले में स्वाधीनता का क्या अर्थ है?

उत्तर-खानपान के मामले में स्वाधीनता का अर्थ है किसी विशेष स्थान के खाने-पीने का विशेष व्यंजन। जिसकी प्रसिद्धि दूर दूर तक हो। मसलन मुंबई की पाव भाजी, दिल्ली के छोले कुलचे, मथुरा के पेड़े व आगरे के पेठे, नमकीन आदि।

1_खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है फास्ट फूड से क्या लाभ है तथा क्या हानि है लिखें?

प्रश्न 3: खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है? उत्तर: खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ है स्थानीय व्यंजन को प्रमुखता देना। जैसे यदि कोई बंगाली हिल्सा मछली खाता है तो यह उसके लिए स्थानीय व्यंजन है। लेकिन वही बंगाली जब ढ़ोकला खाता है तो वह स्थानीयता नहीं अपना रहा है।

Toplist

नवीनतम लेख

टैग